HomeReligion & Spiritualityआदित्य हृदय स्त्रोत हिंदी PDF | Aditya hridaya stotra in hindi PDF...
 

आदित्य हृदय स्त्रोत हिंदी PDF | Aditya hridaya stotra in hindi PDF Download

अगर आप आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करना चाहते हैं और आदित्य हृदय स्त्रोत हिंदी में पढ़ना चाहते हैं और आदित्य हृदय स्त्रोत हिंदी पीडीएफ डाउनलोड (Aditya hridaya stotra in Hindi PDF Download) करना चाहते हैं तो आज के इस लेख में हम आपके आदित्य हृदय स्रोत की PDF लेकर के आए हैं आप यहां से आदित्य हृदय स्त्रोत की पीडीएफ डाउनलोड कर सकते है।

Aditya hridaya stotra in hindi PDF डाउनलोड करने से पहले आप इस लेख को ध्यान से पढ़ें इस लेख में हम आपको बताएंगे कि आदित्य हृदय स्त्रोत हिंदी की पीडीएफ कैसे डाउनलोड करना है आदित्य हृदय स्रोत क्या है एवं आदित्य हृदय स्त्रोत पाठ करने के क्या फायदे हैं तो सबसे पहले आप इस लेख को पूरा पढ़ें और नीचे आपको डाउनलोड बटन मिलेगा वहां पर क्लिक करके आप आदित्य हृदय स्त्रोत हिंदी की पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं।

Aditya hridaya stotra in Hindi PDF Details-

PDF NameAditya hridaya stotra in Hindi
LanguageHindi, Sanskrit
Total Page3
Size124 kbps
Writerमहर्षि वल्मीकि
CategoryReligion & Spirituality
Uploded ByAdmin

आदित्य हृदय स्रोत क्या है | What is Aditya hridaya stotra in Hindi

आदित्य हृदय स्त्रोत सूर्य देव से संबंधित है यानी कि आदित्य हृदय स्तत सूर्य देव की प्रार्थना है। इस प्रार्थना का लेखन महर्षि बाल्मीकि जी ने रामायण में किया है जब राम और रावण का युद्ध चल रहा था तब युद्ध को देखने आए ऋषि अगस्त्य ने सबसे पहले आदित्य हृदय स्त्रोत प्रार्थना को सुनाया था और पूजा पाठ भी किया था। Aditya hridaya stotra का पाठ वर्तमान समय में जिन व्यक्तियों की राशि में सूर्य भारी हो जाता है बस का पाठ करते हैं।

लोगों का कहना है कि सूर्य भगवान की प्रार्थना करने के लिए आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करना चाहिए जिससे लोगों की जिंदगी में बहुत अच्छे फायदे देखने को मिलते हैं आदित्य हृदय स्त्रोत के फायदे आने के ना तो देखने को मिलते हैं।

आदित्य हृदय स्त्रोत के फायदे

आदित्य हृदय स्तोत्र संस्कृत में एक श्लोक संग्रह है, जिसे भगवान सूर्य की आराधना के लिए प्रयोग किया जाता है। इस स्तोत्र को अधिकतर लोग सबह उठकर पढ़ते हैं ताकि उनके दिन की शुरुआत सकारात्मक ऊर्जा से हो सके। इसके अलावा, इस स्तोत्र के कुछ अन्य फायदे निम्नलिखित हैं:

  1. मन को शांत करने की क्षमता: आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से मन शांत होता है और चिंताओं से राहत मिलती है। इसे प्रतिदिन उचित रूप से पढ़ने से आपका मन स्थिर रहता है और सकारात्मक सोच के लिए आपको उत्तेजित करता है।
  2. शरीर को स्वस्थ रखने की क्षमता: आदित्य हृदय स्तोत्र में बताए गए मंत्रों का पाठ करने से शरीर में ऊर्जा की भरपूर मात्रा प्रवाहित होती है। यह ऊर्जा शरीर को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करती है।
  3. बुरे सपनों को दूर करने की क्षमता: आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से आपको बुरे सपनों से मुक्ति मिलती है। यह आपकी नींद को अधिक शांत बनाता है।
  4. आत्मविश्वास बढ़ाने की क्षमता: आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से आपका आत्मविश्वास बढ़ता है। इससे आपको सकारात्मक सोचने की शक्ति मिलती है और आप अपने लक्ष्यों की ओर अधिक उन्मुख होते हैं।
  5. स्वयं को समझने की क्षमता: आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से आप अपने स्वयं को और अपने अंतरात्मा को अधिक समझने में सक्षम होते हैं। इससे आप जान पाते हैं कि आपके अंदर कौन सा असली उद्देश्य है और आपको कैसे अपनी ज़िन्दगी को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।
  6. शांति और संतुलन की क्षमता: आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से आप शांति और संतुलन की अधिक क्षमता प्राप्त करते हैं। यह आपके जीवन में अधिक सुख और समृद्धि के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है।
  7. उन्नति की क्षमता: आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ करने से आप अपने कर्मों में उन्नति की अधिक क्षमता प्राप्त करते हैं।

Aditya hridaya stotra in Hindi PDF Download link

आदित्य हृदय स्त्रोत पीडीएफ डाउनलोड करना चाहते हैं तो आदित्य हृदय स्त्रोत इन हिंदी पीडीएफ डाउनलोड लिंक नीचे दी गई है क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं-

अगर आप आदित्य हृदय स्त्रोत कि पीडीएफ डाउनलोड नहीं करना चाहती है और आदित्य हृदय स्त्रोत को सुनना चाहते हैं तो इस वीडियो को देख सकते हैं-

Video Credit – Mantra Sarover

Aditya hridaya stotra Related FAQ

आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ का करें?

आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ सुबह सूर्योदय के समय करना चाहिए। अगर आप आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ करना शुरू कर रहे हैं तो रविवार से शुरू कर सकते हैं।

आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ कैसे करें?

आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ सुबह स्नान करके सबसे पहले सूर्य देव को जल चढ़ाएं और फिर पाठ करें।

आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ कितनी बार करना चाहिए?

आदित्य हृदय स्त्रोत का पाठ दिन में एक ही बार प्रातः काल के समय करना चाहिए और इसे आप 40 दिन तक कर सकते हैं।

आदित्य हृदय स्त्रोत हिंदी की पीडीएफ डाउनलोड कैसे करें

अगर आप आदित्य हृदय स्त्रोत हिंदी की पीडीएफ डाउनलोड करना चाहते हैं तो ऊपर डाउनलोड बटन दिया है क्लिक करके आप डाउनलोड कर सकते हैं।

तो साथियों आशा करते हैं कि आपको आदित्य हृदय स्त्रोत क्या है और आदित्य हृदय स्त्रोत के क्या फायदे हैं इसी के साथ आदित्य हृदय स्त्रोत हिंदी पीडीएफ (Aditya hridaya stotra in Hindi PDF Download) मिल गई होगी अगर आपको और कोई बुक चाहिए PDF File में चाहिए तो आप हमें कमेंट करके बताइए और इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर करिए।

1 COMMENT

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Must Read