नमस्कार साथियों आज के इस पोस्ट में हम आपके लिए लेकर के आए हैं रहरासि साहिब पाठ हिंदी पीडीएफ (Rehras Sahib Path PDF in Hindi) फ्री डाउनलोड लिंक। अगर आप सिख धर्म से वास्ता रखते हैं और गुरु की वाणी का जाप करना चाहते हैं।
अगर आप गुरु की वाणी द्वारा रचित रहरास साहिब पाठ इन हिंदी की पीडीएफ डाउनलोड करना चाहते हैं तो इस पोस्ट में हम आपके लिए Rehras Sahib Path In Hindi PDF Download लिंक लेकर के आए हैं आप यहां से पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं और इसके साथ हम आपको बताएंगे कि रेहरास साहिब पाठ क्या है रेहरास साहिब पाठ कैसे करना है और रेहरास साहिब पाठ करने के क्या फायदे हैं पूरी जानकारी इस लेख में बताएंगे तो आप इस लेख को ध्यान से पढ़ें और फिर नीचे पीडीएफ का डाउनलोड लिंक दिया है पीडीएफ डाउनलोड कर सकते हैं।
Rehras Sahib Path PDF in Hindi Overview
PDF Name | Rehras Sahib path in Hindi |
---|---|
Language | Hindi |
Total Page | 16 |
Size | 981 kbps |
Writer | Guru Nanak Dev |
Category | Religion & Spirituality |
Uploded By | Admin |
रेहरासि साहिब पथ पाठ क्या है | What is Rehras Sahib Path In Hindi
रहरास साहिब पाठ गुरु ग्रंथ साहिब जी के दसम अध्याय में स्थित है। इस पाठ में गुरु साहब जी ने अपनी वाणी द्वारा प्रभु के लोगों को प्रणाम किया है और भक्ति भाव के साथ उनसे अनुरोध किया है कि वे उन्हें सदैव रक्षा करें।
यह पाठ रात्रि की अरमानों और भय को दूर करने के लिए उपयुक्त है और इसे साधक हर रोज़ संध्या के समय पढ़ते हैं। पाठ का शुरुआती भाग गुरु नानक देव जी के मंत्रों और बाणियों से बना हुआ है जो प्रभु के लिए प्रणाम व्यक्त करते हैं।
इसके बाद, पाठ का मुख्य भाग शुरू होता है जिसमें समग्र गुरु ग्रंथ साहिब जी से कुछ अंश पढ़े जाते हैं। पाठ के अंत में गुरु साहब जी द्वारा एक बार फिर से प्रभु के लिए प्रार्थना की जाती है।
इस पाठ का मुख्य उद्देश्य प्रभु की स्तुति और साधक के मन को शांत करना है। यह पाठ साधक के जीवन में शांति, सुख और समृद्धि लाने में मदद करता है।
Rehras Sahib Path का पाठ कब और कैसे करें?
- रहरास साहिब पाठ को हमेशा संध्या के समय पढ़ा जाता है, जो दिन के समाप्त होने के पहले के वक्त होता है। इसे दोपहर के समय या दूसरे समय पढ़ना उचित नहीं माना जाता है।
- इस पाठ को पढ़ने से पहले, साधक को शौच के नियमों का पालन करना चाहिए। उन्हें स्नान करना चाहिए और जीवन में शुद्धता बनाए रखनी चाहिए।
- पाठ का आरंभ सिख धर्म के अनुसार, “वा-हे गुरु जी का खालसा, वा-हे गुरु जी की फतेह” के मंत्रों से किया जाता है। इसके बाद, संगत द्वारा समग्र रहरास साहिब पाठ को उच्च स्वर में पढ़ा जाता है।
- पाठ के अंत में, संगत द्वारा “देह शिवा वर मोहे इहे, शुभ कर्मन ते कभू न टरूं” के मंत्रों से अर्दास की जाती है और समाप्त होती है।
- यदि आप सिख धर्म के साधक नहीं हैं, तो आप किसी सिख मंदिर में जाकर रहरास साहिब पाठ का अनुभव कर सकते हैं या अनुवाद के साथ घर पर भी पढ़ सकते हैं।
रेहरास साहिब पथ का पाठ करने के फायदे | Rehras Sahib Path ke fayde
रहरास साहिब पाठ करने के कई फायदे होते हैं। इनमें से कुछ महत्वपूर्ण फायदे निम्नलिखित हैं:
- चिंता से मुक्ति: रहरास साहिब पाठ करने से मन की चिंताओं से मुक्ति मिलती है। इस पाठ का अधिकारिक नाम ‘सो दरु जने दो’ है, जिसका अर्थ होता है “सभी द्वारे खोल दो, मुझे आने दो।” इससे संदेह, चिंता और भय से मुक्ति मिलती है।
- शांति का अनुभव: रहरास साहिब पाठ करने से मन और शरीर में शांति का अनुभव होता है। यह पाठ शांति, संतुलन और धैर्य का भाव उत्पन्न करता है।
- ध्यान और धारण शक्ति को बढ़ावा: रहरास साहिब पाठ करने से ध्यान और धारण शक्ति को बढ़ावा मिलता है। इस पाठ को ध्यान लगाकर पढ़ने से मन शुद्ध होता है और धारण शक्ति में सुधार होता है।
- संबलता और सफलता: रहरास साहिब पाठ करने से आत्मविश्वास, संबलता और सफलता का अनुभव होता है। यह पाठ सफलता के मार्ग में संबलता और निर्णय लेने में मदद करता है।
Rehras Sahib Path PDF in Hindi Download Link-
अगर आप रेहरास साहिब पाठ इन हिंदी भाषा में डाउनलोड करना चाहते हैं तो हमने Rehras Sahib Path PDF in Hindi Download Link नीचे दिया है डाउनलोड बटन पर क्लिक करके आप डाउनलोड कर सकते हैं और पाठ कर सकते हैं।
- Related- Japji Sahib Path in Hindi PDF
Rehras Sahib Path Related FAQ
रहरास साहिब पाठ क्या होता है?
रहरास साहिब पाठ एक सिख धर्म का पाठ है जो संगत द्वारा दिन के अंत में अधिकारिक तौर पर पाठ किया जाता है। यह बाणी गुरु ग्रंथ साहिब के एक भाग के रूप में है और इसमें भगवान की महिमा और उसके गुणों का वर्णन है।
रहरास साहिब पाठ किस समय किया जाता है?
रहरास साहिब पाठ अक्सर सायं के समय पढ़ा जाता है। इस पाठ को सूर्यास्त के बाद अधिकारिक तौर पर पाठ किया जाता है।
रहरास साहिब पाठ कैसे किया जाता है?
रहरास साहिब पाठ को बैठक अथवा बैठे-बैठाएं पढ़ा जाता है। यह पाठ गुरु ग्रंथ साहिब के इस भाग का हिस्सा है और इसे अधिकारिक तौर पर संगत के साथ पढ़ा जाता है।
रहरास साहिब पाठ के क्या फायदे हैं?
रहरास साहिब पाठ करने से मन की चिंताओं से मुक्ति मिलती है, मन और शरीर में शांति का अनुभव होता है, ध्यान और धारण शक्ति को बढ़ावा मिलता है, आत्मविश्वास, संबलता और सफलता का अनुभव होता है।
आशा करते हैं कि अब आपको रेहरास साहिब पाठ पीडीएफ इन हिंदी (Rehras Sahib Path PDF in Hindi) भाषा में मिल गई होगी और आपने डाउनलोड भी कर ली होगी और इसके साथ आपको रेहरास साहिब पाठ क्या है रेहरास साहिब का पाठ कब और कैसे करना है और रेहरास साहिब पाठ करने के क्या फायदे हैं पूरी जानकारी मिल गई होगी अगर आपके मन में अभी भी और सवाल है तो आप हमें कमेंट करके बताएं और इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।