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श्री साईं कष्ट निवारण मंत्र हिंदी PDF | Sai Kasht Nivaran mantra in Hindi PDF Download

अगर आप साईं बाबा के भक्त हैं और साईं बाबा के मंत्रों का जाप करते हैं और आप साईं बाबा के कष्ट निवारण मंत्र का जाप करना चाहते हैं और साईं कष्ट निवारण मंत्र हिंदी में पढ़ना चाहते हैं और इसी के साथ आप साईं कष्ट निवारण मंत्र हिंदी पीडीएफ डाउनलोड (Sai Kasht Nivaran mantra in hindi PDF Download) करना चाहते हैं तो आप सही जगह पर आए हैं।

हमने इस लेख में आपके लिए बताया है कि साईं कष्ट निवारण मंत्र क्या है और साईं बाबा कष्ट निवारण मंत्र का जाप कैसे करना है एवं साईं कष्ट निवारण मंत्र का पाठ करने से क्या फायदे होते हैं यह सब जानकारी इस लेख में दी गई है तो आप इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ें और इसी के साथ आप Sai Kasht Nivaran mantra PDF Hindi Download कर सकते हैं डाउनलोड लिंक हमने नहीं दी है।

Sai Kasht Nivaran mantra PDF Hindi Overview

PDF NameShree Sai Kasht Nivaran mantra
LanguageHindi
Total Page4
Size151 kbps
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CategoryReligion & Spirituality
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श्री साईं कष्ट निवारण मंत्र हिंदी | Sai kasht nivaaran Mantra Hindi

कष्टों की काली छाया दुखदायी है, जीवन में घोर उदासी लाई है ।

संकट को टालो सांई दुहाई है, तेरे सिवा ना कोई सहाई है ।

मेरे मन तेरी मूरत समाई है, हर पल हर क्षण महिमा गाई है ।

घर मेरे कष्टों की आँधी आई है, आपने क्यों मेरी सुध भुलाई है ।

तुम भोले नाथ हो दया निधान हो, तुम हनुमान हो महा बलवान हो ।

तुम्ही हो राम और तुम्ही श्याम हो, सारे जगत में तुम सबसे महान हो ।

तुम्ही महाकाली तुम्ही माँ शारदे, करता हूँ प्रार्थना भव से तार दो ।

तुम्ही मुहम्मद हो गरीब नवाज हो, नानक की वाणी में ईसा के साथ हो ।

तुम्ही दिगम्बर तुम्ही कबीर हो, हो बुद्घ तुम्ही और महावीर हो ।

सारे जगत का तुम्ही आधार हो, निराकार भी और साकार हो ।

करता हूँ वन्दना प्रेम विश्वास से, सुनो सांई अल्लाह के वास्ते ।

अधरों में मेरे नहीं मुस्कान है, घर मेरा बनने लगा श्मशान है ।

रहम नजर करो उजड़े विरान पे, जिन्दगी संवरेगी इस वरदान से ।

पापों की धूप से तन लगा हारने, आपका ये दास लगा पुकारने ।

आपने सदा लाज बचाई है, देर ना हो जाये मन शंकाई है ।

धीरे-धीरे धीरज ही खोता है, मन में बसा विश्वास ही रोता है ।

मेरी कल्पना साकार कर दो, सूनी जिन्दगी में रंग भर दो ।

ढ़ोते-ढ़ोते पापों का भार जिन्दगी से, मैं हार गया जिन्दगी से ।

नाथ अवगुण अब तो बिसारो, कष्टों की लहर से आके उबारो ।

करता हूँ पाप मैं पापों की खान हूँ, ज्ञानी तुम ज्ञानेश्वर मैं अज्ञान हूँ ।

करता हूँ पग-पग पर पापों की भूल मैं, तार दो जीवन ये चरणों की धूल से ।

तुमने उजाड़ा हुआ घर बसाया, पानी से दीपक तुमने जलाया ।

तुमने ही शिरड़ी को धाम बनाया, छोटे से गाँव में स्वर्ग सजाया ।

कष्ट पाप श्राप उतारो, प्रेम दया दृष्टि से निहारो ।

आपका दास हूँ ऐसे ना टालिये, गिरने लगा हूँ सांई सम्भालिये ।

सांई जी बालक मैं अनाथ हूँ, तेरे भरोसे रहता दिन-रात हूँ ।

जैसा भी हूँ, हूँ तो आपका, कीजै निवारण मेरे संताप का ।

तू है सवेरा और मैं रात हूँ, मेल नहीं कोई फिर भी साथ हूँ ।

सांई मुझसे मुख ना मोड़ो, बीच मझदार अकेला ना छोड़ो ।

आपके चरणों में बसे प्राण है, तेरे वचन मेरे गुरु समान है ।

आपकी राहों पे चलता दास है, खुशी नहीं कोई जीवन उदास है ।

आंसू की धारा है डूबता किनारा, जिन्दगी में दर्द, नहीं गुजारा ।

लगाया चमन तो फूल खिलाओ, फूल खिले है तो खुशबू भी लाओ ।

कर दो इशारा तो बात बन जाए, जो किस्मत में नहीं वो मिल जाये ।

बीता जमाना ये गाकें फसाना, सरहदें जिन्दगी मौत तराना ।

देर तो हो गयी है अंधेर ना हो, फिक्र मिले लेकिन फरेब न हो ।

देके टालो या दामन बचा लो, हिलने लगी रहनुमाई सम्भालो ।

तेरे दम पे अल्लाह की शान है, सूफी संतों का ये बयान है ।

गरीब की झोली में भर दो खजाना, जमाने के वाली करो ना बहाना ।

दर के भिखारी है मोहताज है हम, शहंशाहे आलम करो कुछ करम ।

तेरे खजाने में अल्लाह की रहमत, तुम सदगुरु सांई हो समरथ ।

आए तो धरती पे देने सहारा, करने लगे क्यों हमसे किनारा ।

जब तक ये ब्रहमांड रहेगा, सांई तेरा नाम रहेगा ।

चाँद सितारे तुम्हें पुकारेंगें, जन्मोजन्म हम रास्ता निहारेंगें ।

आत्मा बदलेगी चोले हजार, हम मिलते रहेंगे हर बार ।

आपके कदमों में बैठे रहेंगे, दुखड़े दिल के कहते रहेंगे ।

आपकी मरजी है दो या ना दो, हम तो कहेंगे दामन ही भर दो ।

तुम हो दाता हम है भिखारी, सुनते नहीं क्यों अरज हमारी ।

अच्छा चलो इक बात बता दो, क्या नहीं तुम्हारे पास बता दो ।

जो नहीं देना है इन्कार कर दो, खत्म ये आपस की तकरार कर दो ।

लौट के खाली चला जाऊँगा, फिर भी गुण तो गाऊँगा ।

जब तक काया है तब तक माया है, इसी में दुःखों का मूल समाया है ।

सब कुछ जान के अनजान हूँ मैं, अल्लाह की तू शान तेरी हूँ शान में ।

तेरा करम सदा सबपे रहेगा, ये चक्र युग-युग चलता रहेगा ।

जो प्राणी गायेगा सांई तेरो नाम, उसको मिले मुक्ति पहुँचे परमधाम ।

ये मंत्र जो प्राणी नित दिन गायेंगें, राहू, केतु, शनि निकट ना आएँगे ।

टल जाएंगें संकट सारे, घर में वास करें सुख सारे ।

जो श्रद्घा से करेगा पठन, उस पर देव सभी हो प्रसन्न ।

रोग समूह नष्ट हो जायेंगें, कष्ट निवारण मन्त्र जो गाएँगें ।

चिन्ता हरेगा निवारण जाप, पल में हो दूर हो सब पाप ।

जो ये पुस्तक नित दिन बांचे, लक्ष्मी जी घर उसके सदा बिराजै ।

ज्ञान बुद्घि प्राणी वो पायेगा, कष्ट निवारण मंत्र जो ध्यायेगा ।

ये मन्त्र भक्तों कमाल करेगा, आई जो अनहोनी तो टाल देगा ।

भूत प्रेत भी रहेंगे दूर, इस मन्त्र में सांई शक्ति भरपूर ।

जपते रहे जो मंत्र अगर, जादू टोना भी हो बेअसर ।

इस मंत्र में सब गुण समाये, ना हो भरोसा तो आजमाएँ ।

ये मंत्र सांई वचन ही जानो, स्वयं अमल कर सत्य पहचानो ।

संशय ना लाना विश्वास जगाना, ये मंत्र सुखों का है खजाना ।

इस मंत्र में सांई का वास, सांई दया से ही लिख पाया दास ।।

साईं कष्ट निवारण मंत्र का जाप कैसे करें

साईं कष्ट निवारण मंत्र का जाप करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  • सुबह उठकर स्नान करें और पूजा स्थल को साफ़ करें।
  • अपने गुरुदेव या साईं बाबा के फोटो के सामने बैठें या खड़े हो जाएँ।
  • अपने मस्तक पर जपमाला धारण करें या फिर बिना जपमाला के भी जप किया जा सकता है।
  • अपने मन को शांत और ध्यान में लाएं। और साईं बाबा का जयकारा लगाएं।
  • फिर साईं कष्ट निवारण मंत्र को अपने मन में जपना शुरू करें।
  • जब मंत्र पूरा हो जाए तो साईं बाबा या अपने इष्ट देव का ध्यान करते हुए पूजा को समाप्त करें।

इस तरह साईं कष्ट निवारण मंत्र को रोजाना जप करते हुए, व्यक्ति कष्ट, संकट, दुःख और मन के उतार-चढ़ाव से मुक्ति प्राप्त कर सकता है।

साईं कष्ट निवारण मंत्र के फायदे | Sai Kasht Nivaran mantra ke fayde

साईं कष्ट निवारण मंत्र के बहुत से फायदे होते हैं, जैसे कि:

  • कष्ट, संकट और दुःख से मुक्ति: साईं कष्ट निवारण मंत्र का नियमित जप करने से, व्यक्ति कष्ट, संकट और दुःख से मुक्ति प्राप्त करता है।
  • मन की शांति: साईं कष्ट निवारण मंत्र को जप करने से व्यक्ति के मन में शांति और सुकून का अनुभव होता है।
  • स्वास्थ्य सुधार: साईं कष्ट निवारण मंत्र को नियमित जप करने से, व्यक्ति का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य सुधार होता है।
  • आत्मविश्वास बढ़ाना: साईं कष्ट निवारण मंत्र का जप करने से व्यक्ति का आत्मविश्वास बढ़ता है और उसे सफलता के लिए उत्साहित करता है।
  • ध्यान की प्रगति: साईं कष्ट निवारण मंत्र को नियमित जप करने से व्यक्ति का ध्यान का स्तर बढ़ता है और वह अपने जीवन को एक नयी दिशा देने के लिए प्रेरित होता है।

इस तरह साईं कष्ट निवारण मंत्र के जप से, व्यक्ति को अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने में मदद मिलती है।

Sai kasht nivaran mantra in hindi PDF Download Link

साथियों अगर आप साईं कष्ट निवारण मंत्र इन हिंदी पीडीएफ डाउनलोड करना चाहते हैं तो डाउनलोड लिंक नीचे दी गई है आप डाउनलोड बटन पर क्लिक करके श्री साईं कष्ट निवारण मंत्र की पीढ़ी ऐप डाउनलोड कर सकते हैं।

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श्री साईं कष्ट निवारण मंत्र वीडियो के माध्यम से सुने

Video Credit – Rk studio delhi

आशा करते हैं कि आपको श्री साईं कष्ट निवारण मंत्र हिंदी पीडीएफ डाउनलोड (Shree Sai Kasht Nivaran mantra in hindi PDF Download) कर ली होगी और इसके साथ आपको साईं कष्ट निवारण मंत्र जाप करने का तरीका और साईं कष्ट निवारण मंत्र बात करने की फायदों के बारे में पता चल गया होगा आशा है आपने इस पोस्ट को ध्यान से पढ़ा होगा।

अगर आपके कुछ सवाल है तो आप हमें कमेंट करके बताएं और इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर जरूर करें।

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