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वाहेगुरु जी की अरदास हिंदी PDF | Waheguru ji ki ardas in Hindi PDF Download

नमस्कार साथियों आज की इस पोस्ट में हम आपके लिए लेकर के आए हैं वाहेगुरु जी की अरदास इन हिंदी पीडीएफ डाउनलोड (Waheguru ji ki ardas in Hindi PDF Download) लिंक अगर आप वाहेगुरु जी की अरदास यानी की प्रार्थना की पीडीएफ डाउनलोड करना चाहते हैं तो नीचे डाउनलोड बटन दिया गया है आप वहां से डाउनलोड कर सकते हैं।

वाहेगुरु जी की अरदास के साथ-साथ हम बताएंगे श्री वाहेगुरु जी की अरदास क्या है वाहेगुरु जी की अरदास प्रार्थना कैसे करना है और वाहेगुरु अरदास करने के क्या फायदे हैं पूरी जानकारी देने वाले हैं तो आप इस लेख को ध्यान से पढ़ें और समझे तो चलिए जानते हैं Waheguru ji ki ardas in Hindi के बारे में विस्तार से-

Waheguru ji ki Ardas in Hindi PDF Overview

PDF NameWaheguru ji ki ardas in Hindi
LanguageHindi
Total Page2
Size448 kbps
WriterN/A
CategoryReligion & Spirituality
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वाहेगुरु जी की अरदास क्या है | What is Waheguru ji Ardas in Hindi

अरदास (Ardas) एक सिख प्रार्थना है जो सिखों द्वारा पढ़ी जाती है। यह पंजाबी भाषा में पढ़ी जाती है और सिख समुदाय में एक महत्वपूर्ण प्रार्थना है। अरदास में सिखों द्वारा अपने गुरुओं, संतों और भगवान से मांग की जाती है और उनसे आशीर्वाद और भलाई की प्रार्थना की जाती है। अरदास के बाद सिख समुदाय में लंबे समय तक भोग वितरण किया जाता है और समुदाय के सदस्यों को एक दूसरे के साथ मिलकर खाने का आनंद लेने का मौका मिलता है।

वाहेगुरु जी की अरदास | Waheguru Ji ki ardas

इक ओंकार वाहेगुरु जी की फतेह

श्री भगौती जी सहाय, वार श्री भगौती जी की पातिशाही दसवीं

पृथम भगौती सिमर कै गुर नानक लईं ध्याय। फिर अंगद गुर ते अमरदास रामदासै होईं सहाय। अर्जन हरगोबिन्द नो सिमरौ श्री हरिराय। श्री हरिकृष्ण ध्यायिअै जिस डिठै सभ दुख जाए। तेग बहादर सिमरिअै घर नौ निध आवै धाय। सभ थाईं होय सहाय।

पंजां प्यारेआं, चौहाँ साहिबजादेआं, चालियाँ मुक्तेयां, हठीआं, जपीआं, तपीआं, जिन्हाँ नाम जपेया, वंड छकेया, देग चलाई, तेग वाही, देख के अणडिट्ठ कीता, तिन्हाँ प्यारेआं, सचेयारेआं दी कमाई दा ध्यान धर के, खालसा जी! बोलो जी वाहेगुरु।

पंजां प्यारेआं, चौहाँ साहिबजादेआं, चालियाँ मुक्तेयां, हठीआं, जपीआं, तपीआं, जिन्हाँ नाम जपेया, वंड छकेया, देग चलाई, तेग वाही, देख के अणडिट्ठ कीता, तिन्हाँ प्यारेआं, सचेयारेआं दी कमाई दा ध्यान धर के, खालसा जी! बोलो जी वाहेगुरु।

जिन्हाँ सिंघा सिंघणीआं ने धर्म हेत सीस दित्ते, बंद बंद कटाये, खोपरियाँ लुहाइयाँ, चरखड़ियां ते चड़े, आरेयां नाल चिराए गए, गुरद्वारेयां दी सेवा लई कुर्बानियाँ कीतियां, धर्म नहीं हारेया, सिक्खी केसां स्वासां नाल निबाही, तिन्हाँ दी कमाई दा ध्यान धर के, खालसा जी! बोलो जी वाहेगुरु।

पंजां तख्तां, सरबत्त गुरद्वारेयां दा ध्यान धर के बोलो जी वाहेगुरु! पृथमे सरबत्त खालसा जी की अरदास है जी, सरबत्त खालसा जी को वाहेगुरु, वाहेगुरु, वाहेगुरु चित्त आवे, चित्त आवन का सदका सरब सुख होवे। जहां जहां खालसा जी साहिब, तहां तहां रछिया रियायत, देग तेग फ़तह, बिरध की पैज, पंथ की जीत, श्री साहिब जी सहाय, खालसे जी के बोल बाले, बोलो जी वाहेगुरु।

सिक्खां नू सिक्खी दान, केस दान, रहित दान, बिबेक दान, विसाह दान, भरोसा दान, दानां सिर दान नाम दान, श्री अमृतसर जी दे इशनान, चौंकियाँ, झंडे, बुंगे, जुगो जुग अटल, धर्म का जैकार, बोलो जी वाहेगुरु।

सिक्खां दा मन नीवां, मत्त उच्ची, मत्त पत्त दा राखा आप वाहेगुरु। हे अकाल पुरख, आपणे पंथ दे सदा सहायी दातार जीओ! श्री ननकाणा साहिब ते होर गुरद्वारेयां गुरधामां दे, जिन्हाँ तों पंथ नू विछोड़ेया गया है, खुले दर्शन दीदार ते सेवा संभाल दा दान खालसा जी नू बख्शो।

हे निमाणेयां दे माण, निताणेयां दे ताण, निओटेयां दी ओट, सच्चे पिता, वाहेगुरु! आप दे हजूर ‘___________*’ दी अरदास है जी। अख्खर वाधा घाटा भुल्ल चुक्क माफ करनी। सरबत्त दे कारज रास करने। सेई प्यारे मेल, जिन्हाँ मिलेयां तेरा नाम चित्त आवे। नानक नाम चड़दी कला, तेरे भाणे सरबत्त दा भला।

Waheguru Ji ki Ardas प्रार्थना कैसे करें?

अरदास को पूरा करने के लिए निम्नलिखित चरणों का पालन करें:

  • सबसे पहले आपको अपने हाथ जोड़कर अपनी नमस्कार करना होगा।
  • फिर आपको अपनी नाभि के ऊपर अपने हाथ रखने होंगे जो अपने अभिवादन के रूप में काम करेंगे।
  • अपने हाथों को आपस में जोड़ें और “वाहेगुरुजी का खालसा, वाहेगुरुजी की फतेह” बोलें। यह सिख समुदाय की एक उपलब्धि का अनुवाद है जो सिख समुदाय की अलगदिकी का दर्शाता है।
  • अपने हाथों को फैलाएं और अरदास शुरू करने के लिए “वाहेगुरुजी का खालसा, वाहेगुरुजी की फतेह” बोलें।
  • अपनी अरदास में जो भी आपके मन में हो, उसकी मांग करें। सामूहिक रूप से अरदास पूरी करने के लिए, समूह के लोग अपनी-अपनी मांगों को अपनी अरदास में शामिल कर सकते हैं।
  • अरदास को पूरा करने के बाद, भोग वितरित करने के लिए लंबी चमत्कारी दाल बनाएं और समूह के सभी सदस्यों को खिलाएं।

वाहेगुरु जी की अरदास करने के फायदे

वाहेगुरु जी की अरदास करने के कुछ फायदे निम्नलिखित हैं:

  • मानसिक चैन: अरदास करने से मानसिक तनाव और चिंताओं से छुटकारा मिलता है। इससे दिल को शांति मिलती है और आप अपने जीवन के उद्देश्यों को प्राप्त करने के लिए तैयार हो जाते हैं।
  • संबंधों में सुधार: अरदास करने से आपके संबंधों में सुधार होता है। आप दूसरों के प्रति उदार बनते हैं और उनसे एक सही तरीके से जुड़ते हैं।
  • सफलता का प्राप्त होना: वाहेगुरु जी की अरदास करने से आपके जीवन में सफलता का मार्ग साफ होता है। आप अपने उद्देश्यों तक पहुंचने के लिए दृढ़ संकल्प बनाते हैं।
  • दयालुता का विकास: वाहेगुरु जी की अरदास करने से आपका मन दयालु होता है। आप दूसरों की मदद करने के लिए तत्पर होते हैं और उन्हें जितना संभव हो सकता है सहायता करते हैं।
  • समझदारी का विकास: वाहेगुरु जी की अरदास करने से आपका मन समझदार होता है। आप जीवन में अधिक जागरूक होते हैं।

Waheguru ji ki Ardas in Hindi PDF Download Link –

अगर आप वाहेगुरु जी की अरदास हिंदी भाषा में पीडीएफ डाउनलोड करना चाहते हैं तो आप नीचे दिए गए बटन पर क्लिक करके डाउनलोड कर सकते हैं-

Waheguru ji ki ardas Related FAQ in Hindi

अरदास क्या है?

अरदास सिखों की एक आराधना है जो गुरुद्वारों में अधिकतर समयों में पढ़ी जाती है। यह एक प्रार्थना है जिसमें सिख समुदाय की मांग, उनकी मदद और सभी लोगों के लिए दुआ की जाती है।

अरदास कब पढ़ी जाती है?

अरदास गुरुद्वारे में सभा के आरंभ से पहले या उसके अंत में पढ़ी जाती है। इसके अलावा, कुछ विशेष अवसरों पर भी अरदास पढ़ी जाती है, जैसे गुरुद्वारे के स्थापना दिवस, विसाखी आदि।

अरदास की भाषा क्या है?

अरदास पंजाबी भाषा में होती है, जो सिखों की प्रमुख भाषा है। हालांकि, अन्य भाषाओं में भी अरदास पढ़ी जाती है।

अरदास का महत्व क्या है?

अरदास सिखों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक क्रिया है। इससे सिखों का संबंध गुरुद्वारे और समुदाय से मजबूत बनाए रखती है।

आशा करते हैं कि अब आपको वाहेगुरु जी की अरदास इन हिंदी पीडीएफ डाउनलोड (Waheguru ji ki ardas in Hindi PDF Download) कर ली होगी इसके साथ ही आपको वाहेगुरु जी की अरदास क्या है अरदास कैसे करना है अरदास करने के क्या फायदे हैं यह सब जानकारी मिल गई होगी अगर आपके मन में अभी कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट करके बताएं और इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।

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